Type of Fertilization in Hindi For Class 8, 9,10 and for Competitive Examination
निषेचन (Fertilization) किसे कहते हैं? What is Fertilization?
लैंगिक जनन में एक डिंब (egg) के साथ एक शुक्राणु (sperm) का संलयित होना (मिलकर एक हो जाना) निषेचन (fertilization) कहलाता है। इस निषेचन के परिणामस्वरूप जाइगोट का निर्माण होता है। जाइगोट निषेचित डिंब (fertilize ovum) को हीं कहते हैं।
निषेचन दो प्रकार के होते हैं - आंतरिक निषेचन एवं बाह्य निषेचन।
आंतरिक निषेचन - जो निषेचन मादा के शरीर के भीतर होता है उसे आंतरिक निषेचन कहते हैं। इसमें स्पर्म मादा के शरीर के भीतर हीं अंडाणु को निषेचित करता है। जैसे मानव, कुत्ते, बिल्ली, रेप्टाइल्स, पक्षी, कीट(insects) आदि में। इस प्रक्रिया में डिंब मादा के शरीर में हीं बना रहता है।
बाह्य निषेचन - जो निषेचन मादा के शरीर के बाहर होता है उसे बाह्य निषेचन कहते हैं। इसमें अंडाणु एवं शुक्राणु का मिलन शरीर के बाहर होता है। इसके लिए जलीय माध्यम की आवश्यकता होती है जिसमें मादा द्वारा दिए गए अंडे एवं नर द्वारा छोड़े गए शुक्राणु पानी में इधर-उधर तैरते रहते हैं। इससे शुक्राणु अंडाणु के संपर्क में आते हैं जिसके परिणामस्वरूप निषेचन होता है। मेंढक एवं मछली में जनन इसी प्रक्रिया से होती है। इसमें काफी मात्रा में नर एवं मादा द्वारा शुक्राणु एवं डिंब को पानी में छोड़ा जाता है ताकि जलीय जीवों के आहार बनने के बाद भी नये जीवन की उत्पत्ति होती रहे।
निषेचन चाहे आंतरिक हो या बाह्य जिस इस पूरी प्रक्रिया में अंडाणु के मुकाबले शुक्राणु काफी बड़ी संख्या में भाग लेता है।
डिंब के सबसे बाहरी भाग में जेली कोट (Jelly Coat) होता है जो सिर्फ एक स्पर्म के सिर (Head) को डिंब के अंदर जाने देता है। सिर में हीं स्पर्म का न्यूक्लियस होता है। यह न्यूक्लियस डिंब के न्यूक्लियस से जाकर मिल जाता है और डिंब को निषेचित कर जाइगोट का निर्माण करता है।
जेली कोट (Jelly Coat) के श्यानता (viscosity) के कारण हीं कभी भी कोई डिंब दो शुक्राणु से निषेचित नहीं हो पाता जबकि कई शुक्राणु एक साथ डिंब को घेरे रहते हैं। जेली कोट एक स्पर्म के पूंछ को भी अंदर प्रवेश नहीं करने देता।
Can two sperm fertilize one egg or ovum?
क्या एक अंडाणु या डिंब को दो शुक्राणु निषेचित कर सकता है?
नहीं, नहीं कर सकता है। डिंब के सबसे बाहरी भाग में जेली कोट (Jelly Coat) नाम की संरचना होती है जो सिर्फ एक स्पर्म के सिर (Head) को डिंब के अंदर जाने देता है। सिर में हीं स्पर्म का न्यूक्लियस होता है। यह न्यूक्लियस डिंब के न्यूक्लियस से जाकर मिल जाता है और डिंब को निषेचित कर जाइगोट का निर्माण करता है।
जेली कोट (Jelly Coat) के श्यानता (viscosity) के कारण हीं कभी भी कोई डिंब दो शुक्राणु से निषेचित नहीं हो पाता जबकि कई शुक्राणु एक साथ डिंब को घेरे रहते हैं। जेली कोट एक स्पर्म के पूंछ को भी अंदर प्रवेश नहीं करने देता।
For Class 8, 9,10,11,12 and for Competitive Examination
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