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What is periods (menstruation) and what are the symptoms before periods start?

पीरियड्स (रजोधर्म / माहवारी) क्या है एवं पीरियड्स शुरू होने के पहले के क्या लक्षण हैं?

Author © copyright - Prabhat Kumar

पीरियड्स आम तौर पर 8 से 17 साल की उम्र के बीच या यौवन के आपके पहले लक्षणों के 2 साल बाद होता है । पीरियड्स तब शुरू होंगे जब आपका शरीर तैयार होगा।

पीरियड्स को समझने के लिए पहले महिला प्रजनन प्रणाली की शारीरिक रचना को समझना आवश्यक है। महिला प्रजनन प्रणाली के अंगों में गर्भाशय (uterus), अंडाशय (ovaries), फैलोपियन ट्यूब, गर्भाशय ग्रीवा (cervix) और योनि शामिल हैं। गर्भाशय में एक मांसल बाहरी परत होती है जिसे मायोमेट्रियम कहा जाता है और एक आंतरिक परत जिसे एंडोमेट्रियम कहा जाता है। मायोमेट्रियम (Myometrium) गर्भावस्था के दौरान फैलता है ताकि बढ़ते हुए बच्चे का विकास हो सके। यह प्रसव के दौरान बच्चे को बाहर धकेलने के लिए सिकुड़ती है। इससे बच्चे गर्भ से बाहर निकल कर जन्म ले पाते हैं। गर्भाशय के स्तर (आंतरिक परत - uterine lining) एंडोमेट्रियम (endometrium) का कार्य निषेचित अंडे को अपने परत में स्थापित करना है और रखरखाव करना है और गर्भावस्था की अनुपस्थिति में मासिक धर्म शुरू करना है।

 ovary

लड़की के तैयार शरीर में मादा सेक्स सेल अंडाणु (गैमेट्स) हर महीने एक विकसित अण्डा उत्पन्न करना शुरू कर देते हैं। वह अण्डा डिंबवाहिनी (Fallopian tube or Oviducts) के द्वारा नीचे जाता है जो कि अंडाशय (ओवरी Overies) को गर्भाशय (Uterus) से जोड़ती है। जब अण्डा गर्भाशय (Uterus) में पहुंचता है, उसका स्तर रक्त और तरल पदार्थ से गाढ़ा हो जाता है। ऐसा इसलिए होता है कि यदि अण्डा उर्वरित हो जाए, तो वह बढ़ सके और शिशु के जन्म के लिए उसके स्तर में विकसित हो सके। यदि उस अण्डे का पुरूष के शुक्राणु से मिलन न हो तो वह स्राव बन जाता है जो कि योनि से निष्कासित हो जाता है। इसी स्राव (discharge) को पीरियड्स (menstruation) कहते हैं। विलंबित मासिक धर्म (पीरियड्स) के संभावित कारणों में कम वजन होना, बहुत अधिक व्यायाम करना (नृत्य, जिम्नास्टिक और एथलेटिक्स सहित), तनाव और एक हार्मोन असंतुलन शामिल हैं।

पीरियड्स (माहवारी चक्र) की सामान्य अवधि क्या है?

माहवारी चक्र महीने में एक बार होता है, सामान्यतः 28 से 32 दिनों में एक बार।

मासिक धर्म/माहवारी की सामान्य कालावधि क्या है?

हालांकि अधिकतर मासिक धर्म का समय तीन से पांच दिन रहता है परन्तु दो से सात दिन तक की अवधि को सामान्य माना जाता है।

पीरियड्स शुरू होने के पहले के क्या लक्षण हैं?

What are the symptoms before periods start?

पीरियड्स शुरू होने के पहले के लक्षणों में सिर दर्द, पैरों में सूजन, पीठ दर्द, पेट में मरोड़, स्तनों का ढीलापन अथवा फूल जाने की अनुभूति होती है। माहवारी होने से पहले (पीएमएस) के लक्षणों का नाता माहवारी चक्र से ही होता है। सामान्यतः ये लक्षण माहवारी शुरू होने के 5 से 11 दिन पहले शुरू हो जाते हैं। माहवारी शुरू हो जाने पर सामान्यतः लक्षण बन्द हो जाते हैं या फिर कुछ समय बाद बन्द हो जाते हैं।

पीरियड्स मे सफाई कैसै बनाए रखें?

एक बार पीरियड्स शुरू हो जाने पर, आपको सैनेटरी नैपकीन या रक्त स्राव को सोखने के लिए किसी पैड का उपयोग करना होगा। रूई की परतों से पैड बनाए जाते हैं कुछ में दोनों ओर अलग से (Wings) तने लगे रहते हैं जो कि आपके जांघिये के किनारों पर मुड़कर पैड को उसकी जगह पर बनाए रखते हैं और स्राव को बह जाने से रोकते हैं। भारी हल्की माहवारी के लिए अनेक अलग-अलग मोटाई के सैनेटरी पैड होते हैं, रात और दिन के लिए भी अलग- अलग होते हैं।

पैड को कितनी जल्दी बदलना चाहिए?

बेहतर तो यही है कि हर तीन या चार घंटे में पैड बदल लें, भले ही रक्त स्राव अधिक न भी हो, क्योंकि नियमित बदलाव से कीटाणु नहीं पनपते और दुर्गन्ध नही बनती। स्वाभाविक है, कि यदि स्राव भारी है, तो आप को और जल्दी बदलना पड़ेगा, नहीं तो वे जल्दी ही बिखर जाएगा।

पीड़ादायक पीरियड्स (माहवारी) क्या होती है?

Period problems - what are painful periods?

पीरियड्स में पेट के निचले हिस्से में दर्द होना -

पीड़ा दायक पीरियड्स में पेट के निचले हिस्से में ऐंठनभरी पीड़ा होती है। किसी स्त्री को रह-रह कर (intermittently) तेज दर्द हो सकता है या मन्द चुभने वाला दर्द हो सकता है। इन से पीठ में दर्द हो सकता है। दर्द कई दिन पहले भी शुरू हो सकता है और माहवारी के एकदम पहले भी हो सकता है। माहवारी का रक्त स्राव कम होते ही सामान्यतः यह खत्म हो जाता है।

पीड़ादायक पीरियड्स (painful periods) के लिए डाक्टर से कब परामर्श लेना चाहिए?

यदि स्व-उपचार से लगातार तीन महीने में दर्द ठीक न हो या रक्त के बड़े-बड़े थक्के निकलते हों तो डाक्टर से परामर्श लेना चाहिए। यदि माहवारी होने के पांच से अधिक दिन पहले से दर्द होने लगे और माहवारी के बाद भी होती रहे तब भी डाक्टर के पास जाना जाहिए।

पीड़ादायक पीरियड्स (Menstruation) का घरेलू उपचार -

Home remedies for painful periods

(1) अपने उदर के निचले भाग (नाभि से नीचे) गर्म सेक करें। ध्यान रखें कि सेंकने वाले पैड को रखे-रखे सो मत जाएं।
(2) गर्म जल से स्नान करें।
(3) गर्म पेय ही पियें।
(4) निचले उदर के आसपास अपनी अंगुलियों के पोरों से गोल गोल हल्की मालिश करें।
(5) सैर करें या नियमित रूप से व्यायाम करें और उसमें आंत‎ और आमाशय‎ (intestines and stomach)को घुमाने वाले व्यायाम भी करें।
(6) साबुत अनाज, फल और सब्जियों जैसे मिश्रित कार्बोहाइड्रेटस से भरपूर आहार लें पर उसमें नमक, चीनी, एवं कैफीन की मात्रा कम हो।
(7) हल्के परन्तु थोड़े-थोड़े अन्तराल पर भोजन करें।
(8) ध्यान अथवा योग करें।
(9) नीचे लेटने पर अपनी टांगे ऊंची करके रखें या घुटनों को मोड़कर किसी एक ओर सोयें।

पीरियड पिल्स - प्रोजेस्टेरोन हार्मोन पिल्स लेने के बाद पीरियड्स पर प्रभाव क्या होता है?

जब महिलाएं प्रोजेस्टेरोन हार्मोन पिल्स गोलियां ले रही होती है, तो उसके मासिक धर्म बंद हो जाते हैं। और जब वह एक बार ये गोलियां खाना बंद कर देती हैं, तो उनका मासिक धर्म एक से तीन सप्ताह के भीतर फिर से शुरू हो जाता है।

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