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गाय का दूध बढ़ाने के उपाय

How to increase cow's milk

गौ-माता, पंचगव्य और गोमूत्र से होने वाले लाभ की जानकारी जन जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से निर्मित वेब पेज, गो-सेवा को समर्पित।

गौ नमस्कार एवं प्रदक्षिणा मंत्र * गौ दुधारू है या नहीं, इसकी पहचान कैसे करें? * गाय का दूध बढ़ाने के उपाय * शरीर के रोग और उनका पंचगव्य चिकित्सा * गोघृत से चमत्कारी इलाज * गोमूत्र एक महौषधि है * गोमूत्र से कीटनाशक कैसे बनाएं? * गाय में पंच तत्व * गोपाल सहस्त्रनाम - भगवान श्रीकृष्ण के गोपालक रुप का पाठ * गोवर्धन पूजा और अन्नकूट * गोपाष्टमी

देसी गाय के दूध उत्पादन व बढ़ाने का आयुर्वेदिक तरीका-

Following are the traditional Ayurvedic methods to increase the milk of milch cow -

 
Gir cow How to identify the best milk giving cow

घटक -
1. शतावर - 500 gm
2. मुलेठी - 500 gm
3. अश्वगंधा - 500 gm
4. जीरा - 500 gm
सबको पीस कर मिलाकर पुड़िया बनाना है ।

गाय के बच्चा देने के तिथि से 20 दिन पूर्व से 250 ग्राम गुड़ मीठा में उड़िया मिलाकर प्रतिदिन खिलाना है। यानी 1 दिन में सिर्फ एक पुड़िया ऐसे 50 दिन तक लगातार खिलाना है। फिर दूसरा डोज फिर से 50 दिन का चलेगा। पहले डोज खत्म होने के 100 दिन बाद देसी गाय हर बियान में 30% दूध ज्यादा देगी। यानी हर बयान पर 30% दूध बढ़ेगा। तीसरे ब्यान में दूध दुगना हो जाएगा। लेकिन यह औषधि सिर्फ देसी गाय को देना है। जर्सी या फ्रीजन गाय की हड्डी को यह कमजोर कर देता है। कैल्शियम की कमी कर देता है जो आगे जानलेवा होगा। यह औषधि अपने देसी गाय के लिए ही है।

नंदी (साढ़) को 30 ग्राम शतावर देना चाहिए उसके वीर्य को बढ़ाने के लिए।

दुधारू गाय का दूध बढ़ाने के लिए अन्य निम्नलिखित पारंपरिक तरीके हैं -

1. प्रतिदिन हरी ताजी घास पेटभर खिलाना।
2. दूध दुहकर उसीको पिला देना।
3. गुड़ एक भाग और जौ तीन भाग एक साथ पकाकर रोज खिलाना।
4. गोभी और पत्ता गोभीकी पत्तियाँ खिलाना।
5. पपीते के कच्चे फल और पपीते की पत्ती पीसकर गुड़ मिलाकर खिलाना।
6. सनके फूल, महुआके फूल, घास और गुड़ जलमें उबालकर खिलाना।
7. ऊख का रस निकाल लेनेपर बचा हुआ कूचा खिलाना।
8. तीसी की खल्ली और उबाला हुआ मटर खिलाना।
9. खेसारी की दाल के साथ गेहूँ उबालकर खिलाना।
10. ग्वार खूब पकाकर या रातभर जल में भिगोकर खिलाना।
11. गुड़ और काँजी मिलाकर खिलाना।
12. घी, मैदा और गुड़ मिलाकर पकाकर खिलाना। इससे खूब दूध बढ़ता है।
13. बीजवाले केले को चावलके साथ उबालकर खिलाना।
14. पके या कच्चे बेल को उबालकर खिलाना।
15. पलास और सेमल के फूल खिलाना।
16. प्रसव के तीसरे दिन उड़दका दलिया आधा सेर, नमक एक छटाँक, हल्दी आधी छटाँक और पीपल का चूर्ण एक छटाँक-इन सब चीजोंको मिलाकर पानी में पका लेना चाहिये और फिर उसमें पावभर गुड़ मिलाकर कुछ गरम-गरम ही संध्याके समय गायको खिलाना चाहिये। इससे दूध बहुत बढ़ता है।
17. गिलोय की पत्ती और उसकी बेल खिलाने से भी दूध बहुत बढ़ता है।
18. जीरा 10 भाग, नमक 10 भाग, सौंफ 10 भाग, लाँग 5 भाग, सफेद चन्दन 2 भाग, फिटकिरी 1 भाग और नाइट्रेट आफ पोटाशियम 1 भाग-इन सब चीजोंको कूटकर रखे और सुबह- शाम दोनों वक्त एक एक मुट्ठी गायके दाने के साथ मिला दे तो खूब दूध बढ़ता है।
19 बाँस की पत्ती आधी छटाँक उबालकर उसमें थोड़ी-सी अजवाइन और गुड़ मिलाकर खिलानेसे दूध बढ़ता है।
20. प्रसव के बाद दूध बंद होकर यदि थन कड़ा हो जाय तो रेड़ीके पत्तोंसे सेक करना चाहिये।
21. गाय के दूध बढ़नेका सर्वोत्तम तरीका यह है कि गाय को उसी साँढ़ से गर्भ ठहराया जाय जिसकी माँ बहुत ज्यादा दूध देनेवाली रही हो।

गाय को क्या खिलाए जिससे दूध बढ़ जाए?

पशुओं का दूध बढ़ाने ​वाले औषधीय पाउडर बनाने के लिए दलिया 250 ग्राम गेहूं का दलिया, 100 ग्राम गुड़ सर्बत (आवटी), 50 ग्राम मैथी को अच्छी तरह पका लें। एक कच्चा नारियल, 25-25 ग्राम जीरा व अजवाईन से महीन चूर्ण बनाकर 2 महीने तक रोजाना सुबह खाली पेट पशुओं को खिलायें।

गर्मी के मौसम में गाय-भैंस के कम दूध उत्पादन को कैसे बढ़ाएं ?

गर्मी के मौसम में गाय-भैंस का दुग्ध उत्पादन काम होने लगता है। दुधारू पशुओं का दुग्ध उत्पादन औसत से बेहतर रखने के लिए 200 से 300 ग्राम सरसों का तेल, 250 ग्राम गेहूं का आटा, दोनों को मिलाकर शाम के समय पशु को चारा खिलाने और पानी पिलाने के बाद खिलाना चाहिए। दवा खिलाने के साथ या खिलाने के तुरंत बाद बाद पानी नहीं पिलाना है । इस उपाय से दूध का उत्पादन इस देशी उपाय का इस्तेमाल करेने पर 7-8 दिनमें हीं बढ़ जाएगा।

गाय किस चीज से ज्यादा दूध देती है? सबसे अच्छा पशु आहार कौन सा होता है?

गाय के भोजन में कार्बोहाइड्रेट, अमीनो एसिड, फैटी एसिड, खनिज, विटामिन और पानी सभी इन सभी पोषक तत्व को शामिल रखना चाहिए जो गाय में दूध और दूध के घटकों का उत्पादन करने के लिए स्तन ग्रंथि की सभी जरूरतों को पूरा करती है। पशु को सही पोषण मिले इसके लिए राइस ब्रैन, चोकर और चना दिया जाना ज़रूरी है। साथ ही हरे चारे को उसके आहार में जरूर शामिल करें जो कि सूखे चारे से ज्यादा अच्छा होता है।

गाय को सरसों का तेल कब देना चाहिए?

पशुओं को सरसों का तेल तभी देना जब वह बीमार हों या एनर्जी लेवल डाउन हो। इसके अलावा पशुओं को एक बार में 100 -200 ML से ज्यादा तेल का सेवन नहीं करने देना चाहिए। अगर भैंस या गायों के पेट में गैस बन गई है तो इस स्थिति में उन्हें जरूर 400 से 500 ML सरसो का तेल पीने को दिया जा सकता है।

गाय दूध क्यों कम करती है?

गाय या दुधारू पशुओं के दुग्ध उत्पादन क्षमता कम होने के पीछे कई कारण होते हैं। जैसे भीषण गर्मी के चलते पशुओं की दुग्ध उत्पादन क्षमता प्रभावित होती है। थनैला और गलघोंटू जैसे बीमारियों के चलते गाय-भैंस दूध देना कम कर देती हैं। चारे में पोषण की कमी के चलते भी गाय-भैंस की दुग्ध उत्पादन की क्षमता प्रभावित होती है।

सबसे अच्छी दूध वाली गाय कौन सी है? भारत में कौन सी गाय का दूध सबसे अच्छा है?

भारत में दूध देने के लिए सबसे अच्छी गाय की नस्लों में साहीवाल, गिर, राठी, थारपारकर और रेड सिंधी शामिल हैं। विदेशी नस्ल में होल्स्टीन नस्ल में सभी डेयरी नस्लों की तुलना में सबसे अधिक दूध उत्पादन होता है।

गाय को लहसुन खिलाने से क्या फायदा होता है?

गाय-भैंस को समय-समय पर चारे के साथ लहसुन खाने को देने से मवेशियों का पाचन तंत्र भी बढ़िया हो जाता है। गाय-भैंसों को ज्यादा भूख लगती है। लहसुन में जीवाणुनाशक, कीटाणुनाशक, रोगाणुनाशक गुण होते हैं जो गाय-भैंसों में खुरपका जैसे रोगों को भी रोकने में सहायक होते हैं।

गाय को हल्दी खिलाने से क्या फायदा होता है?

गाय को हल्दी खिलाने से कई प्रकार के फायदे हैं। गाय के चोट के घाव को भरने में काफी उपयोगी है। हल्दी गाय को कैंसर होने से बचाती है। हल्दी गाय के पाचन शक्ति को बढ़ाती है , लिवर को ठीक करने मदद करती है। गाय की रोगप्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाती है। गाय को हल्दी देने के सर्दी जुकाम में फायदा होता है। गाय को हल्दी मिली रोटी देने से लंपी वायरस से लड़ने में मदद करती है। ज्यादा मात्रा में गाय को हल्दी नहीं खिलानी चाहिए क्योंकि यह गर्म होता है।

पशुओं के आहार में कैल्शियम शामिल करने के फायदे क्या फायदे हैं ?

पशुओं के आहार में कैल्शियम शामिल करने से दूध उत्पादन में बढ़ोतरी होती है। पशुओं में गर्भधारण की क्षमता बढ़ जाती है और मादा पशुओं में गर्भपात की संभावना कम हो जाती है।

गाय का दूध बढ़ाने के लिए कौन सा कैल्शियम देना चाहिए? कैल्शियम के लिए गाय को क्या देना चाहिए?

गायों में कैल्शियम की कमी दूर करने के लिए दलहनी चारा, मक्के का चारा के साथ कैल्शियम से भरपूर पेड़ों के पत्ते खिलाना चाहिये। साथ हीं कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए अपनी गायों के सींग न काटें। गायों को ठंडे समय में थोड़ी धूप दें, ताकि वे विटामिन डी का उत्पादन करें और अधिक कैल्शियम अवशोषित करें।

एक गाय को प्रतिदिन कितना नमक देना चाहिए? गायों के लिए नमक चाटने से क्या होता है? गाय को कौन सा नमक खिलाना चाहिए?

ब्यांत दूध देने वाली गाय को लगभग 30 ग्राम नमक की प्रतिदिन आवस्यकता पड़ती है। गाय जब नमक चाटते हैं तो इसके माध्यम से मैग्नीशियम की कमी को पूरा करते है जो उन्हें घातक रोग ग्रास टेटनी से बचता है। यह रोग मैग्नीशियम की कमी के कारण होता है। गाय भैंस में सेंधा नमक के खिलाना अच्छा होता है।

गाय को कितना पानी पीना चाहिए?

एक गाय को रोज 75 से 80 लीटर पानी की जरूरत होती है।

गाय बच्चा देने से पहले क्या संकेत देती है?

गाय बच्चा देने से पहले निम्न प्रकार से ब्याने के संकेत देती है - ब्याने की शुरूआत पानी का थैला दिखाई देने से होती है। यदि बछड़े की स्थिति सामान्य है तो पानी का थैला फटने के 30 मिनट के अंदर पशु बछड़े को जन्म दे देता है। प्रथम बार ब्याने वाली बछड़ियों में यह समय 4 घंटे तक हो सकता है। सामान्य रूप से ब्याते समय बछड़े के आगे के पैर और सिर सबसे पहले दिखाई देता है।

गाय के बछड़े को कितनी बार दूध पिलाना चाहिए?

बछड़े के जन्म के पहले तीन दिन तक उसे प्रतिदिन 2-2.5 लीटर के बीच काफी कोलोस्ट्रम खिलाना सुनिश्चित किया जाना चाहिए। अतिरिक्त कोलोस्ट्रम झुण्ड में अन्य बछड़ों को सामान्यतः पिलाए जाने वाले दूध की मात्रा के बराबर खिलाया जा सकता है।

एक गाय कितने महीने तक दूध देती है?

गाय औसतन 10 महीने तक दूध देती है। गिर गाय 10 महीने तक प्रतिदिन औसतन 12 लीटर दूध दूध देती है।

कौन सी गाय शुभ मानी जाती है?

कपिला गाय का घी और दूध शुद्ध माना गया है। इसीलिए अधिकतर हवन व पूजा सामग्री में कपिला गाय का घी और दूध ही शुभ माना जाता है। ऐसी गायों के घी से अगर घर में ज्योत जलाई जाती है तो वह शुभ मानी जाती है।

गाय कब तक गर्भ धारण करती है?

गाय कितने समय तक गर्भवती रहती है? एक गाय लगभग नौ महीने (या 279 से 292 दिन) तक गर्भवती रहती है। गर्भधारण की अवधि कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे गाय की नस्ल और बछड़े का लिंग।

नोट - यह वेब पेज सिर्फ पंचगव्य और गोमूत्र चिकित्सा संबंधी जानकारी प्रदान करने हेतु है। चिकित्सा हेतु नहीं है। चिकित्सा हेतु प्रयोग से पूर्व किसी पंचगव्य और गोमूत्र चिकित्सक से परामर्श अवश्य लें।

 
Sahiwal Cow उत्तम दूध देनेवाली गाय (दुधारू गौ माता) की पहचान कैसे करें

Traditional methods to increase the milk of milch cow -

1. Feeding green fresh grass every day.
2. Give milk to him after milking.
3. Cook one part of jaggery and three parts of barley together and feed it daily.
4. Feeding cabbage and cabbage leaves.
5. Grind raw papaya fruit and papaya leaf and feed it with jaggery.
6. Feed by boiling flowers, mahua flowers, grass and jaggery in water.
7. Feeding the leftover sugarcane after extracting the juice.
8. Feeding Tisi's cake and boiled peas.
9. Feeding boiled wheat with khesari dal.
10. Guar should be cooked thoroughly or fed after soaking in water overnight.
11. Feeding by mixing jaggery and kanji.
12. Mix ghee, flour and jaggery and feed them after cooking. This increases a lot of milk.
Boil and feed banana with 13. seeds with rice.
Boil 14. ripe or raw vine and feed it.
Feeding 15. Palas and Semal flowers.
16. On the third day after delivery, half a seer of urad dalia, half a teaspoon of salt, half a teaspoon of turmeric and one teaspoon of peepal powder – all these things should be mixed and cooked in water, and then mixed with a loaf of jaggery in it, it should be fed to the cows in the evening. . This increases milk a lot.
Feeding 17. Giloy leaves and its vine also increases milk a lot.
18. Cumin 10 parts, salt 10 parts, fennel 10 parts, clove 5 parts, white sandalwood 2 parts, alum 1 part and nitrate of potassium 1 part-grind all these things and take a handful of cowpea seeds every morning and evening. If mixed together, a lot of milk increases.
19 Boiling half a bamboo leaf and feeding it with a little celery and jaggery increases milk.
20. If milk stops after delivery and the udder becomes hard, it should be compressed with mustard leaves.
21. The best way to increase the milk of a cow is to impregnate the cow with the same bull whose mother has been giving a lot of milk.

Note - This web page is only for providing information related to Panchagavya and cow urine therapy. Not for medical purposes. Be sure to consult a Panchgavya and cow urine doctor before using it for medical purposes.

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देसी गाय के दूध उत्पादन व बढ़ाने का आयुर्वेदिक तरीका traditional Ayurvedic methods to increase the milk production