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महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक विकल्प कौन कौन से हैं?

Contraceptive options for women - it includes female condom, spermicide, combined oral contraceptive, oral contraceptive, progestin (mini pill), emergency contraception, progestin only injectables, intra uterine device, centromon, female sterilization - tubal ligation.

Author © copyright - Prabhat Kumar
फीमेल कंडोम स्परमिसिडिस ओरल पिल (oral pill) मौखिक गर्भनिरोधक प्रोजेस्टिन (मिनी पिल) आपातकालीन गर्भनिरोधक प्रोजेस्टिन ओनली इंजेक्टेबल इंट्रा यूट्रीन डिवाइस IUD सेंटक्रोमन-ओरमेलोक्सिफेन महिला नसबंदी

फीमेल कंडोम महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक विकल्प

महिलाओं के लिए गर्भनिरोधक में फीमेल कंडोम, स्परमिसिडिस, संयुक्त मौखिक गर्भनिरोधक, मौखिक गर्भनिरोधक, प्रोजेस्टिन (मिनी पिल), आपातकालीन गर्भनिरोधक, प्रौजैस्टिन ओनली इनजैक्टेबलस, इन्ट्रा युटरीन डिवाइस, सेंट्चरोमन, महिला बन्ध्यीकरण - ट्यूब बंधी उपलब्ध साधन हैं।

1. फीमेल (महिला) कंडोम Female Condom

फीमेल (महिला) कंडोम क्या होता है?

महिला कंडोम 17 सेमी. (6.5 इंच) लम्बी पोलीउस्थ्रेन की थैली होती है जो स्त्री के द्वारा शारीरिक मिलन के समय पहना जाता है। यह सारी योनि को ढक देती है जिससे गर्भ धारण नहीं होता और एच आई वी सहित यौन सम्पर्क से होने वाले रोग नहीं होते।

फीमेल (महिला) कंडोम की क्या विशेषता है?

कंडोम के दोनों किनारों पर लचीला रिंग होता है। थैली के बन्द किनारे की ओर से लचीले रिंग को योनि के अन्दर डाला जाता है ताकि कंडोम अपनी जगह पर लग जाए। थैली की दूसरी ओर खुले किनारे का रिंग बल्वा के बाहर योनि द्वार पर रहता है। सहवास के समय लिंग को योनि के अन्दर डालते समय वह रिंग एक मार्गदर्शक का काम करता है और थैली को योनि में ऊपर नीचे उछलने से रोकता है। कंडोम में पहले से ही सिलिकोन आधारित चिकनाई लगी रहती है।

फीमेल (महिला) कंडोम के उपयोग के लाभ क्या हैं?

महिला कंडोम के उपयोग के लाभ इस प्रकार हैं -
1. कंडोम प्रयोग को अपने साथी के साथ के बांटने का अवसर महिला को मिलता है।
2. यदि पुरूष कंडोम प्रयोग के लिए राजी न हो तो महिला अपने लिए कर सकती है।
3. पौलियूरथेन से बने महिला कंडोम से पुरूष के लेटैक्स से बने कंडोम की अपेक्षा एलर्जी की सम्भावनाएं कम रहती हैं।
4. यदि सही इस्तेमाल किया जाए तो यह गर्भ धारण एवं एसटीडी से बचाता है।
5. शारीरिक मिलन के आठ घन्टे पहल से लगाया जा सकता है इसलिए इससे रतिक्रिया में बाधा नहीं पड़ती।
6. पौलियूथरेन पतला होता है और ऊष्मता को सह जाता है अतः यौन अनुभूत बनी रहती है।
7. इसे तेल आधारित चिकनाई से काम में लाया जा सकता है।
8. इसको रखने के लिए किसी विशेष सावधानी की जरूरत नहीं पड़ती क्योंकि पोलियूथेन पर तापमान और आर्द्रता के बदलाव का असर नहीं पड़ता। फीमेल कंडोम निर्मित के पांच साल बाद तक काम में लायें जा सकते हैं।

गर्भधारण को रोकने में फीमेल कंडोम कितना प्रभावशाली है?

यदि इसका सही ढ़ंग से और नियमित रूप से प्रयोग किया जाए तो यह 98 प्रतिशत प्रभावी है अगर सही और नियमित न हो तो सफलता की दर घट जाती है।

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