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आपातकालीन गर्भनिरोधक या आपातकालीन जन्म नियंत्रण क्या होता है?

What is emergency contraception or emergency birth control?

Author © copyright - Prabhat Kumar
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आपातकालीन गर्भनिरोधक या आपातकालीन जन्म नियंत्रण क्या होता है?

जब कोई महिला बिना गर्भनिरोधक के प्रयोग के असुरक्षित यौन संबंध बनाती है तो उसे गर्भधारण से बचने के लिए आपातकालीन गर्भनिरोधक या आपातकालीन जन्म नियंत्रण (emergency contraception or emergency birth control) का प्रयोग किया जाता है।

किन परिस्थितियों में हमें आपातकालीन गर्भनिरोधक की जरूरत पड़ती है?

Under what circumstances do we need emergency contraception?

जिस महिला ने असुरक्षित संबंध (unprotected sex) बनाया है जैसे कंडोम फट गया या स्लिप हो गया गर्भनिरोधक समाप्त हो गए थे या लगातार दो तीन पिल्स लेना भूल गई थी और वो गर्भधारण नहीं करना चाहती तो इस परिस्थिती में आपातकालीन गर्भनिरोधक (emergency contraception) ले सकती हैं।

आपातकालीन गर्भनिरोधक कैसे काम करते हैं?

आपातकालीन निरोधक गोलियां निषेचित अंडों (fertilized eggs) को गर्भाशय (uterus) में स्थापित होने से रोकती है और ओव्यूलेशन की प्रक्रिया में देरी करती हैं। इनमें लेवोनोरजेस्ट्रेल हार्मोन की मात्रा बहुत ज्यादा रहती है जिससे गर्भधारण (pregnancy) को पूरी तरह रोका जा सके।

असुरक्षित यौनपरक संबंध के कितनी देर बाद तक आपातकालीन गर्भनिरोधक पिल्स लिए जा सकते हैं?

असुरक्षित यौनपरक संबंध के पहले 72 घन्टे में आपातकालीन गर्भनिरोधक उपाय किए जा सकते हैं फिर भी यही परामर्श है कि जल्दी से जल्दी ले लें।

आपातकालीन गर्भनिरोधक कितने प्रकार के होते हैं?

How many types of emergency contraception are there?

आपातकालीन गर्भनिरोधक दो प्रकार के हैं (1) आपातकालीन गर्भनिरोधक पिल्स - ईसीपीस (ECPs) (2) आई यू डीस (IUDs)

आपातकालीन पिल क्या होता है और इसका उपयोग कैसे होता है?

इस पील में लीवोनर्जेस्ट्रल नामक पदार्थ होता है जो कि आपातकालीन गर्भनिरोध के लिए काम में लाया जाता है। दो पिल दो बार में लेने होते हैं (एक अगर अभी लिये हैं तो दूसरा अगले 12 घन्टे के बाद) या दोनों पिल एक साथ भी लिये जा सकते हैं।

एक आईयूडी आपातकालीन गर्भनिरोधक के रूप में कैसे काम करता है?

यह आईयूडी 'टी' के आकार का प्लास्टिक से बना यन्त्र होता है जिसे कि शारीरिक संबंध के पांच दिनों के अन्दर अन्दर डाक्टर कोख (womb) में लगाता है। आई यू डी वीर्य को अण्डे से मिलने देता है परंतु अण्डे को गर्भाशय से मिलने से रोक देता है ( IUD allows semen to meet the egg but prevents the egg from meeting the uterus.)। आपके अगले पीरिययड के बाद डाक्टर आई यू डी को बाहर निकाल सकता है अथवा दस साल तक जनन नियंत्रण के लिए लगे भी रहने दिया जा सकता है।

आपातकालीन गर्भनिरोधक पिल के क्या कोई साइड इफेक्ट भी होते हैं?

आपातकालीन गर्भनिरोधक लेने पर पड़ने वाले अत्यन्त सामान्य प्रभाव निम्नलिखित हैं।-
(1) मित्तली और उल्टी
(2) अनियमित योनिपरक रक्त स्राव
(3) थकावट
(4) सिर दर्द
(5)सिर घूमना
(6) स्तनों का ढीलापन

पिल लेते समय मित्तली से कैसे निपटना चाहिए?

मित्तली कम करने के लिए -
(1) पिल लेने से पहले कुछ खा लेने की कोशिश करें।
(2) दूसरी बार पिल्स लेने से उनके प्रभाव को कम करने के लिए मित्तली न होने देने वाली दवा लीजिए।
(3) पिल्स को दूध या पानी के साथ लें।

क्या आपातकालीन गर्भनिरोधक हमेशा प्रभावशाली होते हैं?

हां, ये पर्याप्त प्रभावशाली हैं। यदि 100 महिलाएं आपातकालीन गर्भनिरोधक का उपयोग करें तो केवल एक गर्भवती होती है।

आपातकालीन गर्भनिरोधक लेते समय कौन से संकेत खतरे के माने जाते हैं जिनसे व्यक्ति को सावधान रहना चाहिए?

आपातकालीन गर्भनिरोधक लेने वाली कोई महिला यदि निम्नलिखित लक्षणों को महसूस करे तो उसे तुरन्त डाक्टर के पास जाना चाहिए।

(1) पेट में तेज दर्द।
(2) आगे आने वाले पीरियड में सामान्य रूप से कम रक्त स्राव।
(3) यदि अगली माहवारी न हो।

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