शनि माला मंत्र
Shani Mala Mantra
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शनि माला मंत्र
शनि माला मंत्र के उपयोग शनिबाधा निवारण हेतु की जाती है। या तो शनिवार के शनिवार अथवा शनिवार से शुरू करके प्रति दिन इसका पाठ अपनी क्षमतानुसार 1बार, या 3बार, या 5बार, या 11बार, या 21बार, या 51बार, या 108बार या 1008बार पाठ करें। शनिबाधा का निवारण इससे जरूर होता है।
शनि माला मंत्र
ॐ नमो भगवते शनैश्चराय मंदगतये सूर्यपुत्राय महाकालाग्निसहभाय कुरटेहाय गृधासनाय नीलरुपाय चतुर्भुजाय त्रिनेत्राय नीलांबरधसय नीलमालाविभूषिताय धनुराकारमण्डले प्रतिष्ठिताय काश्यपगोत्रात्मजाय माणिक्वयमुक्ताभरणाय छायापुत्राय सकल महारौद्राय सकल जगतभयंकराय पंनुपादाय क्रूररुपाय देवासुरभयंकराय सौरये कृष्णवर्णाय स्थूलरोमाय अधोमुखाय नीलमद्रासनाय नीलवर्णस्थारुळाय त्रिभूलधराय सर्वजनमयंकराय मंदाय दं शं में में हूं रक्ष रक्षा,
मम शत्रून नाशय नाजय.
सर्वपीडा नाशय नाज्ञय.
विषमस्व शनैश्वरान सुप्रीणय सुप्रीणय, सर्व ज्वरान शमय शमय, समस्त व्याधीनामोचय गोवय विमोक्य विमोचय मा रक्ष रक्षा, समस्त दष्टग्रहान भक्षय अक्षय, भ्रामय भ्रामय. बचय बधय. भक्षय भक्षय दठ दह, पच पच.
त्रासय त्रासय.
उन्मादय उन्मादय,
दीपय दीपय.
तापय तापय,
सर्व विघ्नान विधि सिंधि
डाकिनी शाकिनी भूत वेताल यक्षस्गोगंधर्वग्रहान ग्रासय ग्रासय,
हन हन, विदास्य विदास्य. शत्रून नाशय नाशय,
सर्वपीडा नाशय नाशय,
विषमस्थ शनैधरान सुप्रीणय सुप्रीणय,
सर्वज्वरान शमय शमय,
समस्त व्याधीन विमोक्य विमोचय,
ॐ शं न में हां फं तुं शनैश्चराय नीलाम्रवर्णाय नीलमेालाय सौरवे नमः
!! इति जनि माला मंत्र !!
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