महानीला - लघुनीला सरस्वती मंत्र
Mahaneela - Laghuneela Saraswati Mantra

महानीला - लघुनीला सरस्वती मंत्र
वसंत पंचमी के दिन नील-सरस्वती की पूजा करना बेहद फलदायी माना जाता है। इस दिन महानीला या लघुनीला सरस्वती मंत्र का जाप बेहद फलदायक है। सवा लाख जप हो तो और भी अच्छा। यह सरस्वती का प्रिय मंत्र है और कहा जाता है कि जो इसे सिद्ध कर लेता है वह किसी भी विषय पर धाराप्रवाह बोल सकता हैऔर किसी भी विषय पर शास्त्रार्थ में पूर्ण सफलता प्राप्त कर सकता है।
महानीला सरस्वती मंत्र
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सौ: क्लीं ह्रीं ऐं ब्लूं स्त्रीं
महानीला सरस्वती द्रां द्रीं क्लीं ब्लूं स:।
ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं सौ: सौ: ह्रीं स्वाहा।।
लघु नीलसरस्वती मंत्र
बालक जन्म ले तब स्नान कराकर दूर्वा से उसकी जीभ पर लिखने से वह विद्या और ज्ञान बुद्धि में प्रवीण होता है।