सरस्वती विद्या मंत्र एवं जाप विधि
Saraswati Vidya Mantra and chanting method

सरस्वती विद्या मंत्र एवं जाप विधि
सरस्वती विद्या मंत्र का नियमित जाप करने से बुद्धि का विकास होगा और पड़े के दौरान ध्यान केंद्रित करने में आपको मदद मिलेगी। बातचीत करने का तरीका बेहतर होगा। सरस्वती विद्या मंत्र का उच्चारण करने से छात्रों की इच्छा शक्ति और दृढ़ संकल्प को बढ़ाने में मदद मिलती है।
सरस्वती नमस्तुभ्यं, वरदे कामरूपिणी ।
विद्यारम्भं करिष्यामि सिद्धिर्भवतु मे सदा ॥
हे सबकी कामना पूर्ण करने वाली माता सरस्वती, आपको नमस्कार करता हूँ।
मैं अपनी विद्या ग्रहण करना आरम्भ कर रहा हूँ , मुझे इस कार्य में सिद्धि मिले।
या देवी सर्वभूतेषु विद्यारूपेण संस्थिता
नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥
जो समस्त प्राणियों में ज्ञान रूपी देवी हैं,
उनको नमस्कार, उनको नमस्कार, उनको नमस्कार, उनको नमस्कार।
सरस्वती विद्या मंत्र एवं जाप विधि
सरस्वती विद्या मंत्र का जाप करने का सर्वोत्तम समय प्रात:काल है। इस मंत्र का जाप उत्तर दिशा की ओर मुख करके प्रतिदिन 12 बार या 24 बार करें।