× SanatanShakti.in About Us Home Founder Religion Education Health Contact Us Privacy Policy
indianStates.in

ऋग्वेदोक्त सरस्वती सूक्त-मंत्र

Rigvedic Saraswati Sukta-Mantra

देवी सरस्वती का ध्यान मंत्र * सरस्वती विद्या मंत्र * सरस्वती बीज मंत्र * सरस्वती मंत्र * सरस्वती कवच * सरस्वती पूजा * सरस्वती नाम मंत्र - सरस्वती अष्टोत्तर नामावली * श्रीसरस्वती स्तोत्रम् - सरस्वती स्तुती * सरस्वती स्त्रोत * द्वादश सरस्वती स्त्रोत * सरस्वती द्वादश नामावली * सरस्वती आरती * सरस्वती चालीसा * सरस्वती शाबर मंत्र * नील सरस्वती स्तोत्र * महानीला - लघुनीला सरस्वती मंत्र * ऋग्वेदोक्त सरस्वती सूक्त-मंत्र * सौभाग्य सरस्वती मंत्र
 
ऋग्वेदोक्त सरस्वती सूक्त-मंत्र

ऋग्वेदोक्त सरस्वती सूक्त-मंत्र

अम्बितमे नदीतमे देवितमे सरस्वति ।
अप्रशस्ताइव स्मसि प्रशस्तिमम्ब नस्कृधि ॥

अर्थ - माँ, नदी और देवियों में सर्वश्रेष्ठ हे सरस्वती, हम पृथिवी के अपने किसी पुण्य कर्म को स्वर्गलोक में स्थापित करने में असमर्थ हैं, कृपा करके हमें सामर्थ्य प्रदान करें।

ऋग्वेद के इस श्लोक के जाप से ज्ञान विद्या प्राप्त होती है और स्मरण शक्ति वृबढ़ती है। निरंतर अभ्यास से दिव्य शक्तियों की प्राप्ति होती है।

आदि सरस्वती मंत्र

1. ॐ ऐं ऐं ऐं आदि सरस्वत्यै ऐं ऐं ऐं नमः।
2. ॐ ऐं ह्रीं क्लीं आदि सरस्वत्यै नमः।
3. ॐ ब्रहमविद्यायै विदमहे पराविद्यायै धीमहि तन्नो आद्यसरस्वती प्रचोदयात्।

वागीश्वरी सरस्वती मंत्र

वाक् सिद्धि के लिए वागीश्वरी सरस्वती मंत्र की साधना की जाती है। यह मन्त्र दीपावली की रात्रि को बारह हजार जपने से सिद्ध होता है। साधक को पूर्व मुख बैठकर सफेद वस्त्र धारण कर कमलासन से यह मन्त्र सिद्ध करना चाहिए। इस मन्त्र के सिद्ध होने पर सरस्वती प्रसन्न होती है और अविद्या का नाश होकर उसे विद्या के क्षेत्र में पूर्ण सफलता प्राप्त होती है।

1. ॐ ह्रीं श्रीं ऐं वाग्वादिनी भगवति अर्हनमुख निवासिनी सरस्वती ममास्यै प्रकाशंं कुरु कुरु स्वाहा ऐं नमः।
2. ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वाग्वादिनी सरस्वती देवी मम जिव्हायाम् सर्व विद्याम देही दापय नमः।
1. ॐ नमः पदमासने शब्द रूपे ऐं ह्रीं श्रीं क्लीं वद वद वाग्वादिनी स्वाहा।
4. ॐ ह्री श्रीं ऐं वद वद वाग्वादिनी सरस्वती तुष्टि पुष्टि तुभ्यं नमः।

चित्रेश्वरी सरस्वती मंत्र -

भविष्य ज्ञान के लिए चित्रेश्वरी सरस्वती मंत्र की साधना की जाती है।

1. ॐ ऐं ह्रीं चित्रघंटायै नमः।
2. ॐ क्लीं वद वद चित्रेश्वरी ऐं नमः।

पारिजातेश्वरि सरस्वती मंत्र

ॐ ऐं ह्रीं श्रीं पारिजातेश्वरी सर्वकार्य साधिनी नमः।

कुलजा सरस्वती मंत्र

ॐ सें कुलजे ऐं सरस्वत्यै नमः।

कीर्तिश्वरी सरस्वती मंत्र

ॐ ऐं ह्रीं श्रीं वद वद कीर्तिश्वरी स्वाहा।

अंतरिक्ष सरस्वती मंत्र

1. ॐ ऐं ह्रीं अंतरिक्ष सरस्वत्यै नमः।
2. ओम ऐं ह्रीं श्रीं अंतरिक्ष सरस्वती परमरक्षिणी मम सर्व विघ्न बाधा निवारय निवारय नमः।

***********

www.indianstates.in

ऋग्वेदोक्त सरस्वती सूक्त-मंत्र Rigvedic Saraswati Sukta-Mantra