मुहूर्त कितने प्रकार के होते हैं ?
How many types of Muhurta are there?
मुहूर्त कितने प्रकार के होते हैं ?
आलेख © कॉपीराइट - साधक प्रभात (Sadhak Prabhat)
सनातन संस्कृति में मुहूर्त कुल 30 प्रकार के होते हैं। इन मुहूर्तों के बीच 48-48 मिनट का विराम होता है। प्रारंभिक मुहूर्त, जिसे रुद्र मुहूर्त के रूप में जाना जाता है, सुबह छह बजे शुरू होता है और इसे अशुभ समय के रूप में जाना जाता है। दूसरा मुहुर्त, जिसे अहि मुहुर्त के नाम से जाना जाता है, रूद्र मुहुर्त के 48 मिनट बाद शुरू होता है। अहि मुहूर्त को कम अनुकूल मुहूर्तों की श्रेणी में वर्गीकृत किया गया है।
मुहूर्त के प्रकार
मुहूर्त | शुभ या अशुभ | |
1 | रूद्र | अशुभ |
2 | अहि | अशुभ |
3 | मित्रा | शुभ |
4 | पितृ | अशुभ |
5 | वासु | शुभ |
6 | वराह | शुभ |
7 | विश्वेदेवा | शुभ |
8 | विधि | शुभ (सोमवार एवं शुक्रवार को छोड़कर) |
9 | सप्तमुखी | शुभ |
10 | पुरुहुत | अशुभ |
11 | वाहिनी | अशुभ |
12 | नकटंकरा | अशुभ |
13 | वरूण | शुभ |
14 | आयर्मा | शुभ |
15 | भाग | अशुभ |
16 | गिरीश | अशुभ |
17 | अजपाड़ | अशुभ |
18 | अहीर-बुधिया | शुभ |
19 | पुष्य | शुभ |
20 | अश्विनी | शुभ |
21 | रतालू | अशुभ |
22 | अग्नि | शुभ |
23 | विधार्थ | शुभ |
24 | काण्ड | शुभ |
25 | अदिति | शुभ |
26 | जीव/अमृत | बहुत शुभ |
27 | विष्णु | शुभ |
28 | द्युतिमान | शुभ |
29 | ब्रह्मा | बहुत शुभ |
30 | समुद्रम | शुभ |
भगवान् गणेश सब की मनोकामना पूर्ण करें
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