तिजोरी कुबेर पूजन मंत्र ॐ कुबेराय नमः
Tijori Kuber Puja Kuber worship mantra Om Kuberaya Namah
॥ श्रीहरिः ॥
तिजोरी कुबेर पूजन मंत्र ॐ कुबेराय नमः
Tijori Kuber Puja Kuber worship mantra Om Kuberaya Namah
आलेख - साधक प्रभात (Sadhak Prabhat)
तिजोरी कुबेर पूजन विधि
तिजोरी या गहनों के बक्से को श्री कुबेर के रूप में पूजा कीजिये। तिजोरी, बक्से आदि की पूजा से पहले सिन्दूर से स्वस्तिक-चिह्न बनाना चाहिए और उस पर 'मौली' बाँधना चाहिये। यदि आपके पास श्री कुबेर की मूर्ति है तो उसकी पूजा कीजिये साथ में तिजोरी या गहनों के बक्से की पूजा कीजिये।
तिजोरी पर स्वस्तिक बनाने के बाद निधिपति कुबेर का ध्यान करें -
ध्यान
मनुज - ब्राह्म-विमान-स्थितम्, गरुड - रत्न-निभं निधि-नायकम् ।
शिव-सखं मुकुटादि-विभूषितम्, वर - गदे दधतं भजे तुन्दिलम् ।।
मानव-स्वरूप विमान पर विराजमान, श्रेष्ठ गरुड़ के समान सभी निधियों के स्वामी, भगवान् शिव के मित्र, मुकुट आदि से सुशोभित और हाथों में वर-मुद्रा एवं गदा धारण करनेवाले भव्य श्रीकुबेर की मैं वन्दना करता हूँ।
अब निधिपति कुबेर का निम्न वाक्य बोलकर आह्वान करें :-
आह्वान
आवाहयामि देव त्वामिहायाहि कृपां कुरु ।
कोशं वर्धय नित्यं त्वं परिरक्ष सुरेश्वर ॥
॥ श्री कुबेर देवं आवाहयामि॥
हे देव, सुरेश्वर! मैं आपका आवाहन करता हूँ। आप यहाँ पधारें, कृपा करें। सदा मेरे भण्डार की वृद्धि करें और रक्षा करें। मैं श्रीकुबेर देव का आवाहन करता हूँ।
आह्वान के पश्चात निम्न मंत्र द्वारा पाँच पुष्प से पुष्पाञ्जलि करें, आसन दें -
नाना-रत्न-समायुक्तं कात्तं - स्वर - विभूषितम् ।
आसनं देव - देवेश ! प्रीत्यर्थं प्रति गृह्यताम् ॥
॥ श्रीकुबेर देवाय आसनार्थे पञ्च पुष्पाणि समर्पयामि ॥
हे देवताओं के ईश्वर! विविध प्रकार के रत्न से युक्त स्वर्ण-सज्जित आसन को प्रसन्नता हेतु ग्रहण करें। ॥ भगवान् श्रीकुबेर के आसन के लिए मैं पाँच पुष्प अर्पित करता हूँ ॥
नव उपचार पूजन
अब भगवान् श्रीकुबेर का पूजन गन्ध, अक्षत, धूप, दीप, नैवेद्य आदि से निम्न मन्त्रों द्वारा करें।
ॐ श्रीकुबेराय नमः पादयोः पाद्यं समर्पयामि ।
ॐ श्रीकुबेराय नमः शिरसि अर्घ्यं समर्पयामि ।
ॐ श्रीकुबेराय नमः गन्धाक्षतं समर्पयामि ।
ॐ श्रीकुबेराय नमः पुष्पं समर्पयामि ।
ॐ श्रीकुबेराय नमः धूपं घ्रापयामि ।
ॐ श्रीकुबेराय नमः दीपं दर्शयामि ।
ॐ श्रीकुबेराय नमः नैवेद्यं समर्पयामि ।
ॐ श्रीकुबेराय नमः आचमनीयं समर्पयामि ।
ॐ श्रीकुबेराय नमः ताम्बूलं समर्पयामि ।
कुबेर का पूजन कर प्रार्थना करें :-
धनदाय नमस्तुभ्यं निधिपद्माधिपाय च ।
भगवन् त्वत्प्रसादेन धनधान्यादिसम्पदः ॥
हे धन के दाता, हे पद्म निधि के स्वामी, मैं आपको नमस्कार करता हूं। हे प्रभु, आपकी कृपा से मुझे धन, धान्य और अन्य ऐश्वर्य प्राप्त हुए हैं और आगे भी हों।
इसके पश्चात पूर्व में महालक्ष्मी के साथ पूजित थैली -हल्दी, धनिया, कमलगट्टा, द्रव्य, दूर्वादि से युक्त, तिजोरी में रखकर कुबेर एवं महालक्ष्मी को प्रणाम करें।