देहली विनायक पूजन
Deepawali Mahalakshmi Pujan Basic Method Mantra in Sanskrit and Hindi
॥ श्रीहरिः ॥
देहली विनायक पूजन, देहली पूजन मंत्र - ॐ देहली विनायकाय नमः
Dwar Vinayak Pujan, Dehali Pujan Mantra - Om Dehali Vinayakay Namah
आलेख - साधक प्रभात (Sadhak Prabhat)
देहली पूजन : इसको देहली विनायक पूजन भी कहते हैं।
पूजन सामग्री - हल्दी, कुमकुम, चावल, धूप, दीपक, गुड़ या कोई भी नैवेद्य।
दीपावली के दिन व्यापारिक प्रतिष्ठान व घर के मुख्य प्रवेश द्वार पर ' ॐ श्रीगणेशाय नमः' लिखें साथ ही 'स्वस्तिक चिन्ह', 'शुभ-लाभ' आदि मांगलिक एवं कल्याणकारी शब्द सिन्दूर अथवा केसर से लिखें। फिर निम्नलिखित मन्त्रों से पूजन करें -
ॐ देहली विनायकाय नमः|
गंधम समर्पयामि || (रोली लगाए)
ॐ देहली विनायकाय नमः |
पुष्पाणि समर्पयामि || (पुष्प चढ़ाये)
ॐ देहली विनायकाय नमः |
धूपं अगरपयामि || (धुप दिखाए)
ॐ देहली विनायकाय नमः |
दीपम दर्शयामि || (दीपक दिखाए)
ॐ देहली विनायकाय नमः |
नैवेद्य निवेदयामि || (प्रसाद चढ़ाये )
शास्त्रों में देहरी को महत्वपूर्ण जगह माना गया है। दहलीज लक्ष्मी का प्रवेश द्वार है। यह वो स्थान है जो घर या व्यापारिक प्रतिष्ठान में बुरी शक्तियों के प्रभाव को प्रवेश करने से रोकता है। देहरी का रोज पूजन किया जाना घर में सकारात्मक ऊर्जा के प्रभाव में वृद्धि करता है। देहरी पर बनाए गए शुभ मांगलिक चिह्न घर की सुख और समृद्धि में वृद्धि करते है। विवाह के बाद जब वधू यानी कि गृहलक्ष्मी घर में प्रवेश करती है तो घर के दहलीज पर अन्न का कलश रखा जाता है। अन्न समृद्धि का प्रतीक है। जिसका अर्थ है कि गृहलक्ष्मी अपने साथ समृद्धि को लिए प्रवेश करें।