सूर्य ध्यान स्तुति एवं जप
Surya Dhyan Stuti and Japa
आलेख © कॉपीराइट - साधक प्रभात (Sadhak Prabhat)
सूर्य ध्यान स्तुति एवं जप
भगवन सूर्य का प्रतिदिन ध्यान स्तुति करने से साधक को ओज, तेज, स्वास्थ्य और समृद्धि की प्राप्ति होती है।
विधि - सूर्योपासना की शुरुआत रविवार के दिन से करना चाहिए। भगवान सूर्य का प्रत्यक्ष या उनके चित्र को लाल आसन पर स्थापित करके उसकी धूप दीप से पूजा करनी चाहिए। फिर ध्यान स्तुति का पाठ करना चाहिए ।
सूर्य ध्यान स्तुति
जपा कुसुम संकाश काश्यपेय महत्त्द्युतिम् ।
तमोऽरि सर्वपापघ्नं प्रणतोस्मि दिवाकरम् ।।
फिर इसके बाद सूर्य मंत्र का नियमित जप करना चाहिए । इससे स्मरण शक्ति, व्यक्तित्व, प्रभाव समृद्धि वृद्धि तथा पारिवारिक सुख प्राप्त होता है।
सूर्य जप मन्त्र
ॐ घ्रणिः सूर्य आदित्यः ।
अथवा
ऊं ह्रां ह्रीं ह्रौं स: सूर्याय नमः ।
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