एक श्लोकी सप्तशती मंत्र
Ek Shloki Saptashati
एक श्लोकी सप्तशती मंत्र
यदि किसी के पास समय कम है तो संपूर्ण दुर्गासप्तशती का पाठ करने के स्थान पर एक श्लोकी दुर्गासप्तशती के पाठ करने का प्रावधान है। यह एक ऐसा मंत्र है जिसके जाप से संपूर्ण दुर्गा सप्तशती के पाठ के समान फल मिलता है। यह विद्यार्थियों के लिए बहुत अच्छा है. गुप्त नवरात्रि के दौरान विधि-विधान से इसका जाप बहुत लोकप्रिय है।
मंत्र
या अंबा मधुकैटभ प्रमथिनी,या माहिषोन्मूलिनी,
या धूम्रेक्षण चन्ड मुंड मथिनी,या रक्तबीजाशिनी,
शक्तिः शुंभ निशुंभ दैत्य दलिनी,या सिद्धलक्ष्मी: परा,
सादुर्गा नवकोटि विश्व सहिता,माम् पातु विश्वेश्वरी
जाप विधि
- गुप्त नवरात्रि में रोज सुबह जल्दी नहाकर, साफ वस्त्र पहनकर भगवती दुर्गा के चित्र का विधिवत पूजन करें।
- माता दुर्गा के चित्र के सामने आसन लगाकर रुद्राक्ष की माला लेकर इस मंत्र का जप करें।
- प्रतिदिन पांच माला जप करने से उत्तम फल मिलता है।
- आसन कुश का हो तो अच्छा रहता है।
- एक ही समय, आसन व माला हो तो यह मंत्र जल्दी ही सिद्ध हो जाता है।