मासिक दुर्गाष्टमी
Masik Durgashtami
मासिक दुर्गाष्टमी
प्रत्येक माह के शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि को मासिक दुर्गाष्टमी मनाई जाती है।
माघ मास के मासिक दुर्गाष्टमी तिथि -
शुक्ल पक्ष की अष्टमी तिथि की शुरुआत 16 फरवरी को सुबह 8 बजकर 54 मिनट पर है तथा समाप्त 17 फरवरी को सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर होगा। उदया तिथि से 17 फरवरी को मासिक दुर्गाष्टमी का व्रत रखा जाएगा।
दुर्गाष्टमी के दिन मां दुर्गा की पूजा-व्रत करने का विधान है। मान्यता है कि इस दिन पूजा-व्रत करने से व्यक्ति को मां दुर्गा का आशीर्वाद प्राप्त होता है और धन में बढ़ोतरी होती है। इसके अलावा किसी भी काम में बाधा नहीं आती है। मान्यता है कि इस दिन पूजा के दौरान मासिक दुर्गाष्टमी व्रत कथा सुनने या पाठ करने से जीवन की परेशानियां दूर होती है। इसके अलावा घर में सुख-शांति बनी रहती है।
मासिक दुर्गाष्टमी व्रत कथा
इस दिन दुर्गा सप्तशती का दूसरा अध्याय महिषासुर वध की कथा का पाठ किया जाता है।
मासिक दुर्गाष्टमी व्रत विधि -
1. मासिक दुर्गाष्टमी के दिन सुबह उठकर जल्दी से स्नान कर लें।
2. फिर जिस जगह पूजा करनी है, उस स्थान पर गंगाजल डालकर उसकी शुद्धि कर लें।
3. पूजा के दौरान मां दुर्गा का गंगा जल से अभिषेक करें।साथ ही घर के मंदिर में दीप प्रज्वलित करें।
4. माता रानी को अक्षत, सिन्दूर और लाल पुष्प अर्पित करें। प्रसाद के रूप में फल और मिठाई चढ़ाएं।
5. धूप और दीपक जलाकर दुर्गा सप्तशती के दूसरा अध्याय, दुर्गा चालीसा आदि का पाठ करें और फिर मां दुर्गा की आरती करें।
मासिक अष्टमी व्रत में क्या खाना चाहिए?
इस दिन सुबह से शाम तक कुछ भी नहीं खाना चाहिए, यदि यह संभव न हो तो फल और दूध का सेवन किया जा सकता है। शाम को विधि अनुसार पूजा करनी चाहिए। दुर्गा सप्तशति का पाठ विधि अनुसार, करना चाहिए। सूर्यास्त के बाद व्रत का समापन करना चाहिए।