सर्व कार्य सिद्धि हनुमान माला मंत्र
Hanuman Mala Mantra for all work accomplishment
सर्व कार्य सिद्धि हनुमान माला मंत्र
सर्व कार्य सिद्धि हनुमान माला मंत्र का कितना जप करना चाहिए ?
श्री हनुमान जी के सम्मुख इस मन्त्र के 51 पाठ करें और भोज पत्र पर इस मन्त्र को लिखकर पास में रख लें तो सर्व कार्यों में सिद्धि मिलती है।
सर्व कार्य सिद्धि हनुमान माला मंत्र न्यास
ॐ ह्रां अञ्जनीसुताय अङ्गुष्ठाभ्यां नमः ।
ॐ ह्रीं रुद्रमूर्तये तर्जनीभ्यां नमः ।
ॐ हूं रामदूताय मध्यमाभ्यां नमः ।
ॐ ह्रैं वायुपुत्राय अनामिकाभ्यां नमः ।
ॐ ह्रौं अग्निगर्भाय कनिष्ठिकाभ्यां नमः ।
ॐ ह्रः ब्रह्मास्त्र- निवारणाय करतलकरपृष्ठाभ्यां नमः ।
ॐ अञ्जनीसुताय हृदयाय नमः ।
ॐ रुद्रमूर्तये शिरसे स्वाहा। ॐ रामदूताय शिखायै वषट् ।
ॐ वायुपुत्राय कवचाय हुम् ।
ॐ अग्निगर्भाय नेत्रत्रयाय वौषट् । ॐ ब्रह्मास्त्रनिवारणाय अस्त्राय फट् ।।
सर्व कार्य सिद्धि हनुमान माला मंत्र ध्यान
ध्यायेद् बालदिवाकरद्युतिनिभं देवारिदर्पापहं
देवेन्द्रप्रमुखं प्रशस्तयशसं देदीप्यमानं रुचा ।
सुग्रीवादिसमस्तवानरयुतं सुव्यक्ततत्त्वप्रियं
संरक्तारुणलोचनं पवनजं पीताम्बरालंकृतम् ॥
ध्यान का हिंदी भावार्थ -
प्रातःकालीन सूर्यके सदृश जिनकी शरीर-कान्ति है, जो राक्षसों का अभिमान दूर करनेवाले, देवताओं में एक प्रमुख देवता, लोकविख्यात यशस्वी और अपनी असाधारण शोभा से देदीप्यमान हो रहे है, सुग्रीव आदि सभी वानर जिनके साथ हैं, जो सुव्यक्त तत्त्व के प्रेमी हैं , जिनकी आँखे अतिशय लाल-लाल है और जो पीले वस्त्रों से अलंकृत हैं, उन पवनपुत्र श्रीहनुमानजी- का ध्यान करना चाहिये।
सर्व कार्य सिद्धि हनुमान माला मंत्र
ॐ वज्र काय वज्रतुण्ड कपिल पिंगल ऊर्ध्वकेश महाबल रक्तमुख तडिज्ञ्जह्व महारौद्र दंष्ट्रोत्कट कहहकरालिने महादृढ़प्रहारिन लंकेश्वरवधाय महासेतुबंध महाशैलप्रवाह गगनचर एह्येहिं भगवन्महाबल पराक्रम भैरवाज्ञापय एह्येहिं महारौद्र दीर्घपुच्छेन वेष्टय वैरिणं भंजय भंजय हुँ फट् ॥
हनुमद् मन्त्र
इस मन्त्र का नित्य प्रति 108 बार जप करने से सिद्धि मिलती है।