क्या एकादशी को तुलसी में जल देना चाहिए?
क्या एकादशी को तुलसी में जल देना चाहिए?
तुलसी में दीपक कब नहीं जलाना चाहिए? तुलसी के पौधे में दूध डालने से क्या होता है? तुलसी में कौन सा दीपक जलाना चाहिए?
॥ श्रीहरिः ॥
ब्रह्म पुराण के अनुसार तुलसी से पूजित शिवलिङ्ग या विष्णु की प्रतिमाके दर्शन मात्र से ब्रह्महत्या भी दूर हो जाती है।
चूंकि भगवान विष्णु को तुलसी जी बेहद प्रिय हैं इसलिए तुलसी माता सभी एकादशी तिथि पर भगवान श्रीहरि के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इसलिए एकादशी तिथि के दिन भी तुलसी के पौधे में जल नहीं चढ़ाना चाहिए। साथ हीं साथ रविवार के दिन जल नहीं चढ़ाना चाहिए। माना जाता है कि रविवार के दिन तुलसी जी भगवान विष्णु के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। ऐसे में रविवार को तुलसी के पौधे में जल डालने से उनका व्रत टूट जाता है। इससे तुलसी जी और माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं। जीवन में नकारात्मक शक्तियों का वास होता है, जिससे गृह कलेश होना भी शुरू हो जाती है। इसलिए कभी भी रविवार के दिन विष्णु प्रिया तुलसी में जल नहीं चढ़ाना चाहिए।
रविवार के दिन तुलसी के नीचे दीपक भी नहीं जलाने चाहिए। तुलसी के पौधे में नियमित रूप से जल में कच्चे दूध की कुछ बूंदें मिलाकर अर्पित करना चाहिए इससे भगवान् विष्णु की कृपा होती है। दरअसल तुलसी को विष्णु प्रिया माना जाता है इसलिए तुलसी में दूध चढ़ाने का मतलब है कि भगवान् विष्णु को दूध अर्पित करना। इस उपाय से घर की सुख समृद्धि बढ़ने के साथ धन लाभ के योग भी बनते हैं। आटे के दीपक को सबसे ज्यादा शुभ और पवित्र माना जाता है। आटे का दीपक तुलसी के नीचे जलाने से मां लक्ष्मी के साथ मां अन्नपूर्णा का आशीर्वाद मिलता है। अगले दिन इस दीपक को गाय को खिला दें। इस उपाय से शुभ फल के साथ आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी।
घर में तुलसी का पौधा लगाने के लिए वास्तु के सिद्धांत के अनुसार इस पौधे को उत्तर, उत्तर-पूर्व और पूर्व दिशा में रखना चाहिए। तुलसी पर जल चढ़ाते हुए 'ॐ-ॐ' मंत्र का 11 या 21 बार जाप किया जाना चाहिए।
तुलसी का पत्ता तोड़ने का मंत्र
तुलसी का पत्ता तोड़ते समय इस मंत्र का जाप करना चाहिये -
ॐ सुभद्राय नम:, मातस्तुलसि गोविन्द हृदयानन्द कारिणी,नारायणस्य पूजार्थं चिनोमि त्वां नमोस्तुते।।
जीवन में सफलता पाने का मंत्र
जीवन में सफलता पाने के लिए इस मंत्र का जाप करना चाहिये -